The Ascending Stairways - Al-Ma'aarij
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سورة المعارج
एक माँगने वाले ने काफिरों के लिए होकर रहने वाले अज़ाब को माँगा जिसको कोई टाल नहीं सकता जो दर्जे वाले ख़ुदा की तरफ से (होने वाला) था تَعْرُجُ ٱلْمَلَٰٓئِكَةُ وَٱلرُّوحُ إِلَيْهِ فِى يَوْمٍ كَانَ مِقْدَارُهُۥ خَمْسِينَ أَلْفَ سَنَةٍ ﴿٤﴾ जिसकी तरफ फ़रिश्ते और रूहुल अमीन चढ़ते हैं (और ये) एक दिन में इतनी मुसाफ़त तय करते हैं जिसका अन्दाज़ा पचास हज़ार बरस का होगा तो तुम अच्छी तरह इन तक़लीफों को बरदाश्त करते रहो वह (क़यामत) उनकी निगाह में बहुत दूर है और हमारी नज़र में नज़दीक है जिस दिन आसमान पिघले हुए ताँबे का सा हो जाएगा | ||